इस ब्लॉग पोस्ट में हम Master of Business Economics (MBE) कोर्स के बारे में जानेंगे। इसमें MBE का Full Form, कोर्स की जानकारी, Admission प्रक्रिया, और इस कोर्स के बाद मिलने वाले करियर के अवसरों पर चर्चा की गई है।
अगर आप Business Economics के क्षेत्र में एक सफल Career बनाना चाहते हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए बेहद उपयोगी होगी।
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विश्व मे कोई भी उधयोग छोटा पाए पे होता है या फिर बड़े कद का होता है, ये बीजनेश शुरू करनेमे सबसे पहले तो मुड़ी की जरूरीयत मुख्य होती है। कोई भी छोटा एकम से लेके बाद एकम, कंपनी शुरू करने के लिए मुड़ी कहा से आएगी इसका आयोजन करना ये पाया का मुद्दा होता है।
फिर इस मुड़ी का निवेश भी ऐसा होना चाहिए की बीजनेश मे बड़ी प्रगति हो ओर एकम उधयोग की प्रगति हो वो भी देखना होता है ओर कोई भी औधयोगिक एकम का आखरी तबक्का मतलब उधयोगमे होने वाला नाणकीय नफा। कोई भी इंडस्ट्री की आखरी सफलता नाणकीय द्रष्टि मे ही गिना जाता है।
कोई भी उधयोग के लिए आर्थिक नीतीया ओर आर्थिक सिद्धांतों का आयोजन एक निषणांत Business Economist तैयार करता है ओर उसके ऊपर जो भी कंपनी का भविष्य नक्की होता है। इसके ऊपर से ये कहा जाए की वैश्विक क्षेत्रमे जब तक उधयोगों का अस्तित्व रहेगा तब तब तक Business Economist की मांग भी रहेगी।
बल्कि, एक अच्छा Business Economist बनने के लिए औधयोगिक अर्थतंत्र के विषय का पद्धतिशर का शिक्षण प्राप्त करना अनिवार्य है ओर इस विषयसे लगता शिक्षण प्राप्त करने के लिए मास्टर डिग्री का अभ्यास को Master of Business Economist (MBE) कहा जाता है।
MBE मे Admission कैसे ले?
यूनाइटेड स्टेट्समे आई हुई हार्वर्ड बिजनेस स्कूल और भारत में आई हुई Indian Institute of Business Economics सहित विश्वकी अन्य 30 शैक्षणिक संस्थाओं में आया हुआ बिजनेस इकोनोमिक्स का अभ्यास पसंद किया जाता है।
भारत में MBE का अभ्यासमें Admission लेने के लिए बिजनेस इकोनोमिक्स, कॉमर्स, बिजनेस स्टडीज, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के साथ छात्र कमसे कम 50% से पास हुआ हो वो बहुत जरूरी है। अगर छात्र दसवी से ही अपने माता पिता की मदद और मार्गदर्शन की मदद से निर्णय लिया हो की वो भविष्यमे बिजनेस इकोनोमि के क्षेत्रमें आगे बढ़ना चाहता है तो उसको अर्थशास्त्र को के मुख्य विषय के तौर पर अपना ग्रेजुएशन करना चाहिएं।
MBE का अभ्यासक्रम Master of Business Administration की कक्षा का उच्च अभ्यासक्रम होता है इसलिए कई प्रख्यात हो ऐसी कॉलेज क्षेत्रके कोर्स में प्रवेश लेने के लिए स्पर्धात्मक परीक्षाओसे गुजरना पड़ता है।
कई शिक्षण संस्थाओं में मेरिट के आधार पर तो कई कॉलेज में विषय के कोर्स में सीधा Admission लिया जा सके इस प्रकार की जोगवाई कई हुए देखने मिलती है।
Arts, Commerce, Science और उसके समक्ष अभ्यासके Graduation के आखरी वर्षमे आभास करते विद्यार्थियों को कई मैनेजमेंट कॉलेज में MBE का Course में प्रवेश मिल सकता है पर उसके लिए छात्र को शैक्षणिक संस्था के नियम अनुसार स्पर्धात्मक परीक्षा में उत्तीर्ण होना बहोत जरूरी है।
MBE करने के लिए शैक्षणिक संस्थाएं
- Indian Institute of Management (IIM)
- Bhimrao Ambedkar College, Delhi
- Bundelkhand University, Zansi
- Chatrpati Sivaji University, Kanpur
MBE का अभ्यासक्रम
Master of Business Economy के अभ्यास दरमियान विद्यार्थियों को उद्योगमे उपयोगमे ली जाती नानकीय स्ट्रेटेजी, उद्योग के कद के तरह उसकी नानकिय व्यवस्था का सरल संचालन, उत्पादन का Marketing के लिए अच्छी स्ट्रेटेजी, Business Administration, Business Account जैसे इत्यादि विषयो का उदानपूर्वक का ज्ञान शिक्षण दिया जाता है। इसके उपरांत वैश्विक बाजार का अनुमान, बाजार के वर्तमान तेजी या मंदी के कारण के बारेमे भी विश्लेषण की शिक्षा MBE Syllabus में दी जाती है।
MBE Course Duration
MBE का अभ्यासक्रम का समय दो साल का होता है। उनमें से अभ्यास के दूसरे साल में आखरी तीन महीनो के लिए विद्यार्थियों को इंस्टीट्यूट की तरफ से प्रेक्टिकल ट्रेनिंग के लिए कंपनी में भेजा जाता है।
MBE के बाद नोकरी के अवसर
MBE करने के बाद विद्यार्थियों को मात्र भारत में ही नहीं, परंतु वैश्विक स्तर पर भी अच्छी मांग होने के कारण तथा MBE Course का उच्च अभ्यासमे समावेश होने के कारण विद्यार्थियों आसानी से सरकारी या बिन सरकारी नोकरी मिल जाती है।
MBE पास करने वाले विद्यार्थी कोई भी कॉलेज में Business Economist का प्रोफेसर के तौर पर जुड़ सकता है।
आज कोई भी औद्योगिक एकम छोटा या बड़ा हो पर उसमे बिजनेस सलाहकार की जरूरियत तो होती ही है। तो इस तरह औद्योगिक एकम में आप अच्छे Business सलाहकार के तौर पर भी नोकरी कर सकते हो। इसके अलावा Business सलाहकार के तौर पर स्वतंत्र होकर अपनी फार्म भी खड़ी कर सकते हो।
MBE का शिक्षण लेने वाले विद्यार्थियों को शुरुआत में कमसे कम महीने की सैलरी 30 हजार से लेकर 50 हजार तक होती है। अनुभव के साथ इस आवक की बढ़त महीनेकी लाखो में फिर सकती है।